जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश सरकार ने टीबी के मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी मरीजों की निगरानी करता है, लेकिन इसके बावजूद उनकी मृत्यु दर में कमी नहीं आ रही है और न ही मरीजों की संख्या में गिरावट हो रही है। विभागीय सर्वेक्षण से यह पता चला है कि मरीज दवा का सेवन नियमित रूप से कर रहे हैं, लेकिन उन्हें आवश्यक पोषण नहीं मिल रहा है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने पोषण भत्ते को 1,000 रुपये प्रति माह करने का निर्णय लिया है।
बता दें, केंद्र सरकार ने टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत मरीजों को पोषण भत्ता दिया जाता है। अब, अक्टूबर तक मरीजों को 500 रुपये मिलते थे, लेकिन अब यह राशि बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दी गई है।
टीबी रोगियों के लिए पोषण भत्ता एक नवंबर से लागू हो चुका है। कार्यवाहक सीएमओ डॉ. बीएन यादव ने बताया कि सरकार ने सभी टीबी मरीजों के लिए पोषण भत्ते की राशि एक हजार रुपये निर्धारित की है। यह धनराशि अब मरीजों के खातों में हर तीन महीने में तीन हजार रुपये के रूप में भेजी जाएगी। हर वर्ष पोषण भत्ते में छह हजार रुपये की वृद्धि की जाएगी।