जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून धीरे-धीरे विदाई की ओर बढ़ चुका है। हालांकि, अगले चार दिन तक हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने दशहरे के दिन भी बारिश की संभावना जताई है। बुधवार को भोपाल में सुबह से धूप खिली रही, लेकिन शाम तक हल्के बादल छाए।
12 जिलों से मानसून विदा, अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से वापसी
अब तक प्रदेश के 12 जिलों से मानसून की विदाई हो चुकी है, जिनमें ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, गुना, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा और रतलाम शामिल हैं। राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों से भी मानसून लौट चुका है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से मानसून विदा हो जाएगा।
इस बार ज्यादा बरसा मानसून
इस साल प्रदेश में औसतन 45.2 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य बारिश (37.3 इंच) से 7.8 इंच ज्यादा है। मानसून ने मध्यप्रदेश में 16 जून को दस्तक दी थी। शुरुआत में इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश कम रही, लेकिन सितंबर की झमाझम ने स्थिति संभाल ली। इंदौर में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो गया, जबकि उज्जैन अब भी पीछे है।
जिलों में बारिश का हाल
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सबसे ज्यादा बारिश : गुना (65.6 इंच)
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इसके बाद : मंडला और रायसेन (62 इंच से अधिक), श्योपुर और अशोकनगर (56 इंच से ज्यादा)
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सबसे कम बारिश वाले जिले : शाजापुर (28.9 इंच), खरगोन (29.6 इंच), खंडवा (32 इंच), बड़वानी (33.5 इंच), धार (33.6 इंच)
अक्टूबर में मौसम का ‘मिक्स ट्रेंड’
अक्टूबर को चेंज ओवर पीरियड माना जाता है। दिन में धूप के कारण गर्मी तो रात में हल्की गुलाबी ठंड का अहसास होने लगता है। इसी महीने वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होने से कई बार बारिश भी हो जाती है। इस बार भी यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
ग्वालियर में तापमान 39 डिग्री तक पहुंच चुका है, वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में हल्की ठंड और बूंदाबांदी दोनों का असर महसूस किया जा रहा है।
बिजली गिरने से चरवाहे की मौत
मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। बैतूल में डेढ़ इंच, बालाघाट के मलाजखंड में सवा इंच, दतिया और ग्वालियर में आधा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
इसी दौरान पन्ना जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 40 वर्षीय चरवाहे रूप सिंह यादव की मौत हो गई। वह बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़ा था।