जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में शनिवार को मौसम ने एक बार फिर करवट ली। उज्जैन से मानसून की विदाई हो गई और इसके साथ प्रदेश के 12 जिलों से मानसून अलविदा कह चुका है। ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम में भी मानसून खत्म हो गया है। लेकिन विदाई की इस घड़ी में बादल फिर लौट आए और शनिवार को 20 से ज्यादा जिलों में झमाझम से लेकर हल्की बूंदाबांदी तक हुई।
कहां-कितनी बारिश हुई
सबसे ज्यादा बारिश सिवनी और नरसिंहपुर में दर्ज हुई, जहां 0.75 इंच पानी गिरा। खरगोन और नौगांव में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल, बैतूल, पचमढ़ी, नर्मदापुरम, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, छतरपुर, रीवा, सागर, टीकमगढ़, उमरिया और बालाघाट सहित कई जिलों में भी मौसम ने रंग बदला। कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई तो कहीं गरज-चमक के साथ तेज पानी बरसा।
मौसम विभाग के मुताबिक यह “रिट्रीटिंग रेन” यानी विदाई के समय होने वाली बारिश है। बंगाल की खाड़ी में एक लो-प्रेशर सिस्टम बन रहा है, जो अगले 48 घंटों में डिप्रेशन का रूप ले सकता है। ऐसे में आने वाले दिनों में भी कुछ जिलों में तेज बारिश का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इंदौर संभाग के अलीराजपुर, धार, बड़वानी और खरगोन में रविवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भोपाल और जबलपुर में हल्की बूंदाबांदी का अनुमान है। अन्य जिलों में गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
किसानों के लिए चुनौती
खरगोन के कसरावद क्षेत्र में शनिवार को 45 मिनट तक तेज हवा और बारिश चली। इस कारण कपास की चुनाई रोकनी पड़ी। किसान मानते हैं कि इस समय हुई बारिश सोयाबीन और कपास जैसी फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है।
डैम के गेट खुले, भोपाल में बूंदाबांदी
नर्मदापुरम जिले में तवा डैम के तीन गेट खोलने पड़े, क्योंकि इटारसी में सीजन की अब तक 53 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। शनिवार को भोपाल में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही और रात में तेज पानी गिरा। जबलपुर, बैतूल और रायसेन में भी बादलों ने जमकर बरसात की।
तापमान का हाल
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अधिकतम तापमान: रतलाम 35.2°C (सबसे अधिक), श्योपुर 34.6°C, ग्वालियर 34.4°C, उज्जैन 34°C, गुना 32.5°C।
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न्यूनतम तापमान: पचमढ़ी 20.2°C (सबसे कम), राजगढ़/खंडवा 20.4°C, खरगोन 21°C, नौगांव 21.2°C, नरसिंहपुर 21.4°C।
इस सीजन का बारिश रिकॉर्ड
मध्यप्रदेश में इस साल 16 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। अब तक प्रदेश में औसत 44.3 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है, जबकि सामान्य 37.1 इंच होती है। यानी इस बार 120% से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
इंदौर संभाग की शुरुआत कमजोर रही थी, लेकिन सितंबर में अच्छी बारिश ने तस्वीर सुधार दी। हालांकि बड़वानी, खरगोन और खंडवा जैसे जिलों में अभी भी सामान्य से कम बारिश हुई है। दूसरी ओर, उज्जैन संभाग का कोटा अब तक पूरा नहीं हुआ।
👉 कुल मिलाकर, मानसून भले ही अलविदा कह रहा हो, लेकिन विदाई की घड़ी में भी मध्यप्रदेश के कई जिलों में बादल राहत और परेशानी दोनों साथ लेकर आ रहे हैं।