मध्यप्रदेश से अब लौटेगा मानसून: 10 से 12 अक्टूबर के बीच पूरी तरह विदाई, मौसम होगा सुहावना — भारी बारिश से मिलेगी राहत

You are currently viewing मध्यप्रदेश से अब लौटेगा मानसून: 10 से 12 अक्टूबर के बीच पूरी तरह विदाई, मौसम होगा सुहावना — भारी बारिश से मिलेगी राहत

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत में रिकॉर्ड बारिश दर्ज करने के बाद अब मौसम बदलने जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 10 से 12 अक्टूबर के बीच मानसून पूरी तरह विदा हो जाएगा। यानी अब आने वाले दिनों में राज्य के अधिकांश इलाकों में सुहावना और साफ मौसम देखने को मिलेगा।

 48 घंटे में टूटा बारिश का रिकॉर्ड

पिछले दो दिनों में प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई थी। राजधानी भोपाल में 16 साल बाद रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई — सिर्फ दो घंटे में ढाई इंच पानी गिरा। इससे पहले साल 2009 में एक घंटे में तीन इंच बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग का कहना है कि हवा में बढ़ी नमी के कारण 33 जिलों में अचानक बारिश का दौर शुरू हो गया था।

6 अक्टूबर को श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, सिवनी, बालाघाट, मंडला, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नरसिंहपुर, रतलाम, मंदसौर, धार, बड़वानी, इंदौर, देवास, शाजापुर, आगर, बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, सीहोर, रायसेन, भोपाल, राजगढ़ और विदिशा में आंधी और बारिश हुई। इनमें से भोपाल, रायसेन, गुना और हरदा में भारी बारिश दर्ज की गई।

अब धीरे-धीरे साफ होगा आसमान

सोमवार को बारिश का दौर थम गया। हालांकि, कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी जारी रही। राजधानी भोपाल में दिनभर धूप खिली रही, जबकि शाम को आसमान में बादल छा गए। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि एमपी के पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। इसकी वजह से अगले दो दिन तक हल्की बारिश या गरज-चमक की स्थिति रह सकती है, लेकिन भारी बारिश की संभावना नहीं है।

“9 अक्टूबर तक कुछ जिलों में हल्की बारिश होगी, इसके बाद 10 अक्टूबर से प्रदेश का मौसम साफ और सुहावना हो जाएगा,” — अरुण शर्मा, मौसम वैज्ञानिक

12 जिलों से पहले ही लौट चुका है मानसून

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और रतलाम से मानसून विदा हो चुका है।
राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों से भी मानसून जा चुका है। अब बाकी जिलों से भी 10 से 12 अक्टूबर के बीच मानसून के लौटने की संभावना है।

इस बार देर से आया, देर से जा रहा मानसून

इस साल मानसून ने 16 जून को मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी — तय तारीख से एक दिन देरी से। आमतौर पर 6 अक्टूबर तक मानसून की विदाई हो जाती है, लेकिन इस बार बने नए मौसम तंत्र की वजह से इसकी अवधि कुछ दिन बढ़ गई।

अब राहत का मौसम

तेज बारिश और जलभराव की परेशानियों के बाद अब प्रदेश में राहत का मौसम लौटने वाला है। आने वाले हफ्ते में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी और रातों में हल्की ठंडक रहेगी। यानी अब न भारी बारिश का खतरा रहेगा, न उमस का तनाव। लोगों के लिए यह वक्त त्योहारी सीजन से पहले मौसम के बदलाव का संकेत लेकर आया है।

Leave a Reply