जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
बजट सत्र के ऐलान के साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा के गलियारों में हलचल बढ़ गई है। एक ओर जहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अभिभाषण के लिए सभी तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं दूसरी ओर विधानसभा सचिवालय ने सत्र की तैयारियों में खुद को पूरी तरह से व्यस्त कर लिया है। जी हाँ, 10 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र में चर्चा और बहस का ऐसा तूफान आएगा, जिसका असर पूरी राजनीति पर पड़ेगा।
बता दें, 10 मार्च से शुरू होने वाला यह सत्र, 24 मार्च तक चलेगा। इस सत्र में केवल नौ दिन ही बैठकें होंगी, बाकी दिन अवकाश रहेंगे। राज्यपाल मंगूभाई पटेल की स्वीकृति के बाद सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है और विधानसभा सचिवालय तैयारियों में जुट गया है।
10 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सत्र की शुरुआत होगी, जहां कृतज्ञता प्रस्ताव आएगा। साथ ही इस सत्र में मोहन यादव सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश किया जाएगा। वहीं, राज्यपाल मंगूभाई पटेल की स्वीकृति के बाद सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है और विधानसभा सचिवालय तैयारियों में जुट गया है। इसी सत्र में कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां भी अपनी पूरी ताकत से सवालों की झड़ी लगाने को तैयार हैं। विधायक अपने सवालों को लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड्स पर सक्रिय हो गए हैं। साथ ही विधानसभा में लंबित आश्वासनों के जवाब मांगने, विधायकों द्वारा उठाए गए सवालों और प्रस्तावों को लेकर सारा काम तेज़ी से चल रहा है।
बजट सत्र की कार्यवाही का पूरा शेड्यूल
➡️ 10 मार्च: राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरुआत, कृतज्ञता प्रस्ताव पेश होगा।
➡️ 11-13 मार्च: विधेयकों पर चर्चा और सवाल-जवाब होंगे।
➡️ 14-16 मार्च: होली अवकाश के चलते सदन स्थगित।
➡️ 17-18 मार्च: सदन की कार्यवाही जारी रहेगी।
➡️ 19 मार्च: रंगपंचमी अवकाश।
➡️ 20-21 मार्च: सदन की कार्यवाही फिर से शुरू।
➡️ 22-23 मार्च: अवकाश।
➡️ 24 मार्च: बजट सत्र का अंतिम दिन।