जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के मौसम में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि राज्य के पूर्वी हिस्से—जबलपुर, रीवा और सागर संभाग के 10 जिलों में सोमवार को भारी बारिश की संभावना है। ट्रफ की सक्रियता के कारण इन इलाकों में तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है, जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में मौसम फिलहाल साफ और धूप वाला रहेगा।
विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, मैहर, कटनी, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट जिलों में अगले 24 घंटे में जोरदार बारिश हो सकती है। 12 अगस्त को भी इन इलाकों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दूसरी ओर, उज्जैन क्षेत्र में लंबे समय से बारिश न होने के कारण ग्रामीण पारंपरिक टोटकों का सहारा लेने लगे हैं। उन्हेल गांव में अच्छी बारिश की कामना के लिए गांव के पटेल, लखन पटेल को गधे पर उल्टा बैठाकर श्मशान में पांच चक्कर लगवाए गए। स्थानीय मान्यता है कि इस अनोखे उपाय से जल्द ही बारिश होती है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में 13 अगस्त से एक नया लो-प्रेशर सिस्टम सक्रिय होगा, जो पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियों को बढ़ा देगा। इस सिस्टम के प्रभाव से अगस्त के दूसरे पखवाड़े में राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर बने रहने की संभावना है। खासतौर पर मालवा और निमाड़ क्षेत्रों के लिए यह राहत की खबर है, जहां अब तक पर्याप्त वर्षा नहीं हो पाई है।
बीते 24 घंटों में भी कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। रविवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक दमोह में 31 मिमी, नरसिंहपुर में 14 मिमी, पचमढ़ी और श्योपुर में 5 मिमी, सीधी में 3 मिमी, और नर्मदापुरम में 2 मिमी वर्षा हुई। भोपाल में शाम को कई जगह झमाझम बारिश देखी गई।
वर्तमान में मानसून द्रोणिका फरीदकोट, लुधियाना, नजीबाबाद, शाहजहांपुर, बलिया, जलपाईगुड़ी से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मध्य में और उत्तर-पूर्व अरब सागर के पास हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है, जबकि अन्य क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं।