जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इस समय मानो बारिश ने कोहराम मचा रखा है। जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, मंडला, श्योपुर, सिवनी, उमरिया और छतरपुर समेत कई जिलों में पिछले एक सप्ताह से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। श्योपुर जिले के कई गांव और मोहल्ले पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। दुकानों और मकानों के अंदर तक पानी भर गया है। यहाँ तक कि अस्पताल भी पानी में डूबे नजर आए। वहीं नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान के ऊपर बना हुआ है, जिससे आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं।
सोमवार को मंडला में 9 घंटे के भीतर ही 2 इंच बारिश दर्ज की गई, तो वहीं खरगोन में डेढ़ इंच और टीकमगढ़ व उमरिया में आधा इंच बारिश हुई। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 4 दिन यानी 18 जुलाई तक भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, दतिया, गुना, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, खजुराहो, सीहोर, शाजापुर, आगर-मालवा, देवास, राजगढ़, विदिशा समेत करीब 17 जिलों में भारी बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा।
शिवपुरी में हालात इतने गंभीर हो गए कि अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध का जलस्तर अचानक बहुत तेजी से बढ़ गया। सोमवार सुबह 6:30 बजे प्रशासन को मजबूरन इसके 6 गेट खोलने पड़े, जिससे करीब 1500 क्यूमेक पानी छोड़ा गया। इससे निचले इलाकों में और ज्यादा पानी भरने की आशंका बढ़ गई। श्योपुर के विजयपुर में क्वारी नदी उफान पर है, जिसके कारण आगरा जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। बड़ौदा में बाढ़ जैसे हालात हैं, जहाँ दुकानें, मकान और यहाँ तक कि अस्पताल तक में पानी घुस गया है। शिवपुरी जिले के रन्नौद क्षेत्र में भी कई लोगों के घर पानी में डूब गए। टीकमगढ़ में तो बारिश इतनी भयावह रही कि एक मकान ढह गया और उसके नीचे दबकर तीन भैंसों की मौत हो गई।
मंडला में आधे घंटे की तेज बारिश से ही दुकानों और घरों में पानी घुस गया। रायसेन में उफनते नालों के बीच रोमांच का मंजर दिखा, यहाँ कीचड़ भरी मड रैली आयोजित की गई, जिसमें गाड़ियां तेज रफ्तार से दौड़ाई गईं। भोपाल में सोमवार दोपहर अचानक घने बादल छा गए और झमाझम बारिश ने राजधानी को तरबतर कर दिया।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक के मुताबिक, फिलहाल मध्यप्रदेश से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है और इसके साथ ही लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) भी सक्रिय है। इसी वजह से पूरे प्रदेश में बारिश का ये जबरदस्त दौर जारी है। उन्होंने बताया कि अगले चार दिन तक बारिश का यह कहर ऐसे ही जारी रहने की संभावना है। राज्य में 16 जून को मानसून ने दस्तक दी थी और तब से अब तक औसत कोटे की आधी यानी करीब 18 इंच बारिश हो चुकी है। खासकर निवाड़ी में तो 103% तक पानी गिर चुका है, जबकि मंडला व टीकमगढ़ में भी 75% तक मानसून का कोटा पूरा हो चुका है।
ये हालात प्रदेश में एक बड़े प्राकृतिक संकट का संकेत दे रहे हैं। लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल पूरी तरह अलर्ट पर हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।