जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण पर यह टिप्पणी की कि “Poor Lady” और भाषण के अंत में “बहुत थक गई थी,” तो यह बयान सियासी गलियारों में एक तूफान की तरह फैल गया। इस पर राष्ट्रपति भवन ने तुरंत कड़ी प्रतिक्रिया दी और सोनिया गांधी के बयान को “अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया।
दरअसल, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपनी माँ सोनिया गांधी के साथ जब संसद परिसर में अपनी कारों का इंतजार कर रहे थे, तब कुछ मीडियाकर्मियों ने उनसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बयान पर प्रतिक्रिया चाही। राहुल गांधी ने तुरंत इसे बोरिंग कह दिया और कहा कि वह एक ही बात को रिपीट कर रही थीं। इसके बाद सोनिया गांधी ने कहा, “Poor Lady, राष्ट्रपति भाषण के अंत में बहुत थक गई थी।” जिसके बाद इस बयान ने राजनीति के समर में एक नई हलचल पैदा कर दी।
भाजपा ने इसे महिला विरोधी, गरीब विरोधी और आदिवासी विरोधी बयान करार दिया। नेताओं ने कांग्रेस से माफी की मांग की, और राष्ट्रपति भवन ने इस बयान को अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण बताया, साथ ही यह भी कहा कि यह सच्चाई से कोसों दूर था।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि “संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं ने ऐसी टिप्पणियां की हैं जो स्पष्ट रूप से इस उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली हैं और इसलिए अस्वीकार्य हैं। इन नेताओं ने कहा कि राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक गई थीं और वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही थीं। राष्ट्रपति भवन यह स्पष्ट करना चाहता है कि यह सच्चाई से कोसों दूर है। राष्ट्रपति किसी भी समय थकी नहीं थीं।”
इसके साथ विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच राजनीतिक तकरार अब इस बयान के बाद तेज हो गई है। इस घटना ने एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा के बीच तल्खी को उजागर कर दिया है।
कांग्रेस पार्टी और भाजपा के समर्थकों के बीच बहस जारी है, और यह पूरा विवाद सोशल मीडिया पर भी गहराता जा रहा है। क्या सोनिया गांधी की टिप्पणी से राजनीति में और गर्मी आएगी? या फिर यह महज एक विवादित बयान बनकर रह जाएगा? देखना दिलचस्प होगा।