जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
राजस्थान के जोधपुर में बुधवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए फर्नीचर, टिंबर और होटल व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों से विशेष मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में जितनी घनी और बहुमूल्य सागौन की वन संपदा है, वैसी पूरे देश में कहीं नहीं है। अब इस समृद्ध प्राकृतिक संपदा को फर्नीचर उद्योग के माध्यम से नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा, जिसमें मध्यप्रदेश और राजस्थान संयुक्त रूप से मिलकर कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने उद्यमियों को बताया कि मध्यप्रदेश में निवेश और उद्योगों के लिए एक नया स्वर्णिम युग शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 18 नई औद्योगिक नीतियां लागू की गई हैं। इन नीतियों में ऐसे प्रावधान हैं जो देशभर के निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत को चौंकाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में सिर्फ चिकित्सा के क्षेत्र में ही जबरदस्त क्रांति आ रही है। जहाँ कुछ साल पहले तक सिर्फ 5 मेडिकल कॉलेज थे, आज 36 कॉलेज हैं और अगले दो वर्षों में यह संख्या 50 तक पहुंच जाएगी।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार नई औद्योगिक नीतियों के अंतर्गत निजी क्षेत्र को न केवल रियायती दर पर भूमि उपलब्ध करवा रही है बल्कि मेडिकल, होटल, पर्यटन, आईटी और विनिर्माण जैसे तमाम क्षेत्रों में निवेश को गति देने के लिए तमाम सहूलियतें भी प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि “अगर कोई उद्योगपति मध्यप्रदेश में अपना उद्योग लगाना चाहता है तो उसे हर कदम पर सरकार की ओर से सहयोग मिलेगा। हमारे यहां उद्योग और रोजगार वर्ष 2025 के तहत कई नगरों में रोड-शो और उद्योग कॉन्क्लेव आयोजित किए गए हैं जिनके नतीजे उत्साहजनक रहे हैं।”
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजस्थान के उद्योगपतियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे मध्यप्रदेश आएं, यहाँ उद्योग लगाएं और राज्य सरकार की नीतियों का पूरा लाभ उठाएं। इस दौरान राजस्थान के उद्योग संगठनों ने मुख्यमंत्री को कई अहम सुझाव भी दिए।
बैठक में मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ला, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई, अपर मुख्य सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में राजस्थान के औद्योगिक संगठनों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का भव्य स्वागत किया।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस पहल से आने वाले समय में राजस्थान और मध्यप्रदेश के उद्योगों के बीच नई साझेदारियाँ पनपेंगी। साथ ही दोनों राज्यों में रोजगार के नये अवसर भी तेजी से बढ़ेंगे।