पेट में गैस बनने की समस्या: किन बीमारियों का संकेत हो सकती है और कब ज़रूरी है डॉक्टर से सलाह लेना?

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

पेट में गैस का बनना हमारे पाचन तंत्र की एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन जब यह समस्या बार-बार और अधिक मात्रा में होने लगे, तो यह केवल असुविधा तक सीमित नहीं रहती, बल्कि गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, गैस बनने के पीछे कई कारण होते हैं, जैसे—खानपान की गलत आदतें, तनाव, अनियमित दिनचर्या या फिर किसी गंभीर पाचन संबंधी बीमारी की शुरुआत।

वरिष्ठ गैस्ट्रो और लिवर विशेषज्ञ डॉ. भूषण भोले बताते हैं कि सामान्य परिस्थितियों में गैस का बनना स्वाभाविक है, लेकिन यदि इसके साथ लंबे समय तक पेट दर्द, खट्टी डकार, उल्टी, कब्ज या वजन कम होना जैसी दिक्कतें हों, तो इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

पेट में गैस बनने से हो सकती हैं ये प्रमुख परेशानियां

1. खट्टी डकार और उल्टी

अत्यधिक गैस बनने पर यह पेट की आंतरिक परत को प्रभावित करती है। इसके कारण पेट और सीने में जलन, खट्टी डकारें और कभी-कभी उल्टी तक हो सकती है। ऐसे लक्षणों से बचने के लिए विशेषज्ञ कम मात्रा में और बार-बार भोजन करने, मसालेदार व तैलीय चीज़ों से बचने, खाने के तुरंत बाद न लेटने और तनाव को कम करने की सलाह देते हैं।

2. इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS)

हालांकि गैस्ट्रिक एसिडिटी सीधे-सीधे IBS का कारण नहीं बनती, लेकिन यह दोनों स्थितियाँ अक्सर एक साथ देखने को मिलती हैं। IBS में रोगी को लगातार पेट फूलने, कब्ज और कभी-कभी दस्त की समस्या रहती है। आहार और जीवनशैली में सुधार करके इन लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

3. अल्सर और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिज़ीज़ (GERD)

लगातार एसिडिटी और गैस बनने से GERD और पेट के अल्सर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

  • GERD में पेट का एसिड ऊपर की ओर आकर सीने में जलन और खट्टी डकार का कारण बनता है।

  • पेप्टिक अल्सर में पेट की परत पर घाव हो जाता है, जो अक्सर H. pylori बैक्टीरिया के कारण बनता है। इसके चलते पेट में तेज़ जलन और दर्द की शिकायत होती है।

कब लें डॉक्टर से परामर्श?

गैस की समस्या अगर कभी-कभार हो तो यह सामान्य है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रही है और इसके साथ ये लक्षण भी दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:

  • लगातार पेट दर्द या सूजन

  • बार-बार उल्टी या खट्टी डकार

  • लंबे समय से कब्ज या दस्त

  • अचानक वजन कम होना

पेट में गैस से बचाव के उपाय

  1. छोटे-छोटे अंतराल पर भोजन करें और ओवरईटिंग से बचें।

  2. मसालेदार, तैलीय और फास्ट फूड का सेवन सीमित करें।

  3. भोजन के तुरंत बाद लेटने से बचें और हल्की वॉक करें।

  4. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।

  5. पर्याप्त नींद लें और तनाव को नियंत्रित रखें।

  6. नियमित रूप से हल्की कसरत या योग करें।

पेट में गैस बनना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार परेशान कर रही है, तो इसे हल्के में न लें। समय रहते डॉक्टर से जांच और इलाज कराना ज़रूरी है। सही खानपान, सक्रिय जीवनशैली और तनाव को नियंत्रित रखकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से है। किसी भी तरह के आहार परिवर्तन या उपचार अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।

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