जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में बीते चार दिनों से जो भारी बारिश का दौर थमा हुआ था, वह अब दोबारा रफ्तार पकड़ने जा रहा है। सोमवार रात से ही भोपाल समेत कई जिलों में झमाझम बारिश शुरू हो गई है, और मौसम विभाग ने राज्य के लिए एक अलर्ट जारी किया है। जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास और सीहोर जिलों में अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक बारिश की चेतावनी दी गई है। यानी जनजीवन एक बार फिर से बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन ने बढ़ाया खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में मध्यप्रदेश के ऊपर एक शक्तिशाली साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय हो गया है। इसके साथ ही मानसून ट्रफ लाइन भी पूरी तरह सक्रिय है। यही कारण है कि अब प्रदेश में लगातार चार दिन तक मूसलाधार बारिश का दौर जारी रह सकता है। इसके अलावा, 24 जुलाई से बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर एरिया भी सक्रिय हो रहा है, जिसका असर सीधे मध्यप्रदेश के मौसम पर पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप 23 और 24 जुलाई को प्रदेश में फिर तेज़ बारिश की चेतावनी है।
सोमवार को कई जिलों में बदला मौसम, इंदौर और सिवनी में तेज बारिश
सोमवार को मौसम ने कई जिलों में करवट ली। इंदौर और सिवनी में करीब 19 मिमी (पौन इंच) बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। इसके अलावा, उमरिया, बालाघाट के मलाजखंड, खजुराहो और मंडला में आधा इंच के करीब पानी गिरा। सागर, बड़वानी, रायसेन, शहडोल, दमोह, उज्जैन, हरदा, मुरैना, ग्वालियर, सीहोर, नरसिंहपुर, विदिशा, डिंडोरी, श्योपुर सहित कई अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
बारिश का आंकड़ा औसत से 57% अधिक पहुंचा, फिर भी कुछ संभाग पीछे
अब तक इस मानसून सीजन में प्रदेश में 20.7 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस समय तक औसतन 13.2 इंच बारिश होनी चाहिए थी। यानी अब तक 7.5 इंच ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है, जो औसत से 57% अधिक है। खास बात यह है कि निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर जैसे जिलों में तो इस साल बारिश का पूरा कोटा पूरा हो चुका है, और यहां सामान्य से 15% अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं, ग्वालियर संभाग में भी बारिश की स्थिति संतोषजनक है जहां 80 से 95% तक पानी गिर चुका है।
लेकिन इसके उलट, इंदौर और उज्जैन संभाग अब भी पीछे चल रहे हैं। इन क्षेत्रों के जिलों — इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा में अभी तक 10 इंच से भी कम बारिश हुई है, जो चिंता का विषय है।
जनजीवन पर भारी असर, अलर्ट के साथ तैयार रहें
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन और जनता दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। जबलपुर, डिंडोरी, सिवनी, नर्मदापुरम जैसे जिलों में जलभराव, नदियों में उफान और ट्रैफिक बाधाओं की आशंका है। लगातार बारिश के कारण स्कूल, बाजार और यातायात प्रभावित हो सकते हैं। गांवों में भी फसलों पर असर पड़ सकता है, वहीं शहरों में जलनिकासी एक बड़ी चुनौती बन सकती है।