मध्यप्रदेश में बारिश ने बढ़ाई आफत: मंदाकिनी नदी उफान पर, मंडला में 7 की मौत; 48 जिलों में अलर्ट!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में मानसून अब कहर बनकर बरस रहा है। पिछले एक हफ्ते से जारी भारी बारिश ने राज्य के पूर्वी हिस्सों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। चित्रकूट में दो दिन की लगातार बारिश से मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिसके चलते रामघाट, भरतघाट समेत सभी प्रमुख घाट जलमग्न हो चुके हैं। कई घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया है।

मंडला में अब तक बाढ़ से 7 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं उमरिया में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। एक गेट एक मीटर और दूसरा आधा मीटर तक खोला गया है।

शुक्रवार को सिवनी, छतरपुर, उमरिया, सतना, कटनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने रहे। सिवनी में मात्र 9 घंटे में 6.5 इंच बारिश दर्ज की गई। 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई।

मौसम विभाग ने शनिवार के लिए 10 जिलों में अति भारी बारिश और 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। रविवार को इंदौर, उज्जैन, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा समेत कई जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।

 सबसे ज्यादा कहर पूर्वी एमपी पर

जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश हुई। रीवा में 8 इंच, सीधी में 7.5 इंच, खजुराहो में 5.6 इंच बारिश दर्ज की गई।

मंडला, सिवनी, बालाघाट, मैहर, डिंडौरी जिलों में कई नदियां उफान पर हैं। सड़कें पानी में डूबी हुई हैं, पुल-पुलिया बंद हो गए हैं।

 मौसम विभाग ने जारी की ताजा चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार,

  • मानसून द्रोणिका बीकानेर से बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है।

  • उत्तरी छत्तीसगढ़ पर हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात बना हुआ है।

  • दक्षिण-पश्चिम यूपी से बंगाल की खाड़ी तक द्रोणिका भी बनी हुई है।

  • इन सभी सिस्टमों के असर से राज्य में अगले 48 घंटों तक मध्यम से भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

 लोगों को अलर्ट रहने की सलाह

प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों से सावधानी बरतने और नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। बिजली गिरने की घटनाओं को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है।

राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने राहत और बचाव दल तैनात कर दिए हैं। SDRF, NDRF टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

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