जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हरदा से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ हीरे की ठगी के एक पुराने मामले को लेकर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने जमकर प्रदर्शन किया। मामला इतना बिगड़ गया कि पुलिस को हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज तक करना पड़ा। इसके बाद प्रदर्शनकारी शहर के बायपास रोड पर धरने पर बैठ गए और चक्काजाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
पूरा मामला अक्टूबर 2024 में दर्ज की गई एक 18 लाख के हीरे की धोखाधड़ी से जुड़ा है। दरअसल, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले आशीष राजपूत ने पंडित की सलाह पर 1.52 कैरेट का हीरा खरीदने का मन बनाया था। मोहित वर्मा ने इंदौर में उसे उमेश तपानिया से मिलवाया और आनंद ज्वेलर्स से हीरा चेक कराकर करीब 16.79 लाख नकद और दो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में 70 हजार देकर सौदा पूरा किया। कुछ दिन बाद आरोपी फिर संपर्क में आए और हीरे की कीमत बढ़ने की बात कहकर आशीष को इंदौर बुलाया, वहां से मुंबई ले गए। मुंबई में हीरा चेक कराने के बहाने नकली हीरा थमा दिया गया। इसके बाद आशीष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
इस धोखाधड़ी के मामले में पुलिस शनिवार को इंदौर से मुख्य आरोपी मोहित को लेकर हरदा कोर्ट में चालान पेश करने पहुँची। इसी दौरान शाम को करीब 40 करणी सेना के कार्यकर्ता थाने पहुँच गए और आरोपी को उनके हवाले करने की मांग करने लगे। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आरोपी से रुपए लेकर मनमानी कार्रवाई करने के आरोप भी लगाए और थाने के सामने जमकर नारेबाजी की।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत ने मौके पर मौजूद एसआई अनिल गुजर को खुलेआम धमकी दे डाली। सुनील राजपूत ने कहा — “वर्दी उतारकर आ जाना, अगर यहां माहौल बिगड़ा तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी।” इस तरह की धमकी के बाद पुलिस को हल्का बलप्रयोग करना पड़ा और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया।
इसके विरोध में शाम करीब सवा सात बजे करणी सेना और राजपूत समाज के लोग बायपास रोड स्थित हनुमान मंदिर के सामने धरने पर बैठ गए। चक्काजाम कर रहे कार्यकर्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत को बिना किसी ठोस कारण के जेल भेजा गया है।
इधर पुलिस ने भी इस मामले में सख्ती दिखाते हुए करणी सेना जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत, आशीष राजपूत, शुभम और रोहित के खिलाफ बीएनएस की धारा 170 (पुलिस के कार्य में हस्तक्षेप व दबाव डालने की कार्रवाई) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया और चारों को कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
करणी सेना पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अब प्रदेशभर के करणी सैनिक हरदा पहुँचकर पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस पूरी तरह से सतर्क नजर आ रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को समय रहते संभाला जा सके।