जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में निकाली जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के छठे दिन एक अप्रिय घटना घटी। यात्रा के दौरान, किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके ऊपर मोबाइल फेंककर हमला करने का प्रयास किया। यह मोबाइल सीधे धीरेंद्र शास्त्री को लग गया, लेकिन उन्होंने संयम और धैर्य का परिचय देते हुए स्थिति को संभाल लिया। जानकारी के अनुसार, नौ दिवसीय यह यात्रा अभी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से होकर गुजर रही है। छठे दिन मऊरानीपुर के ग्रामोदय में रात्रि विश्राम के बाद सुबह 9 बजे यात्रा फिर से शुरू हुई। जैसे ही यात्रा रामवन होटल के पास पहुंची, भीड़ में से किसी अज्ञात व्यक्ति ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर मोबाइल फेंककर हमला करने का प्रयास किया।
घटना के तुरंत बाद, पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने फेंके गए मोबाइल को अपने हाथ में उठाया और शांतिपूर्ण तरीके से कहा, “जिस व्यक्ति ने मुझ पर मोबाइल फेंका है, वह मुझे मिल गया है। किसी ने फूलों के साथ मोबाइल भी फेंक दिया।” उन्होंने अपने भक्तों से अपील की कि पदयात्रा किसी भी हालत में रुकनी नहीं चाहिए और सभी शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ते रहें। बता दें, धीरेंद्र शास्त्री 6 दिन में 80 किमी की दूरी तय कर चुके हैं।
इस घटना के बावजूद, यात्रा में भक्तों का जोश और धीरेंद्र शास्त्री का आत्मविश्वास प्रभावित नहीं हुआ। यात्रा में शामिल हजारों भक्त, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और युवा शामिल हैं, भगवान के जयघोष के साथ यात्रा को जारी रखे हुए हैं। बता दें, पंडित धीरेंद्र शास्त्री की यह यात्रा धार्मिक और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निकाली जा रही है।
बता दें, आज मंगलवार को राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा और मंत्रोच्चारण के बाद यात्रा शुरू हुई, जो 17 किमी का सफर तय करेगी। यह यात्रा झांसी के घुघसी गांव पहुंचेगी, जहां रात बिताई जाएगी।
वहीं यात्रा के दौरान, विश्व प्रसिद्ध पहलवान द ग्रेट खली भी शामिल हुए। खली और यात्रा में चल रहे एक साधु के बीच अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब साधु ने खली से चोटी पकड़कर उठाने का आग्रह किया। खली ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए साधु को चोटी से उठा लिया, जिससे श्रद्धालु काफी उत्साहित हो गए। इससे पहले यात्रा के दौरान बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने सोमवार को पदयात्रा में भाग लिया। उन्होंने ध्वज थामकर 2 किलोमीटर तक पदयात्रा की और कहा, “धीरेंद्र शास्त्री मेरे छोटे भाई हैं। जो काम वह कर रहे हैं, वह अद्भुत और प्रेरणादायक है। मैं उनके साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।”