जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
सतना में गुरुवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब सीवर की सफाई में जुटे तीन कर्मचारी जहरीली गैस की चपेट में आ गए। घटना कृपालपुर इलाके में त्रिवेणी पैलेस के पास हुई। हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
हादसे का मंजर
स्थानीय लोगों के अनुसार, तीनों कर्मचारी सीवर में सफाई का काम कर रहे थे, लेकिन वे सुरक्षा उपकरणों के बिना ही इस कार्य में लगे थे। अचानक जहरीली गैस के प्रभाव से उनकी हालत बिगड़ गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत एंबुलेंस को सूचना दी। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर लाकर रस्सी की मदद से तीनों कर्मचारियों को बाहर निकाला और अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने एक को मृत घोषित कर दिया, जबकि बाकी दो का इलाज जारी है।
सुरक्षा में कमी पर उठे सवाल
प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि हादसे का मुख्य कारण सुरक्षा नियमों की अनदेखी है। कर्मचारियों को उचित सुरक्षा गियर दिए बिना सीवर में भेजा गया, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ गई। यह घटना सुरक्षा मानकों और जिम्मेदारियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
चार दिन में दूसरी घटना
यह सतना में चार दिन के भीतर सीवर से जुड़ा दूसरा हादसा है। इससे पहले 22 सितंबर को क्रिस्तुकुला स्कूल के पास पीसी स्नेहिल कंपनी ने मैनुअल सफाई कराई थी, जिसमें दो कर्मचारी जहरीली गैस के कारण बीमार हो गए थे। गुरुवार का यह मामला दर्शाता है कि सफाई कार्यों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
स्थानीय प्रतिक्रिया और चेतावनी
स्थानीय लोग और मजदूर संगठन इस घटना पर नाराज़गी व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि सीवर सफाई जैसे खतरनाक कार्यों में सुरक्षा उपकरणों की अनिवार्यता है। उनका सुझाव है कि प्रशासन को इस तरह के कार्यों पर निगरानी बढ़ानी चाहिए और कंपनियों को सख्त निर्देश देने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।