जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी, जिससे घाटी में तनाव और बढ़ गया। इस भयंकर हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में अपना सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, और लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वहीं, किश्तवाड़ में सेना की वर्दी की बिक्री, सिलाई और स्टॉक करने पर रोक लगा दी गई है, ताकि आतंकियों के बीच सेना की वर्दी की आपूर्ति और उसे पहनकर हमले करने से बचा जा सके।
घाटी में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के दौरान सुरक्षाबलों ने पिछले तीन दिनों में 10 आतंकियों के घरों को ब्लास्ट से उड़ा दिया है। कुपवाड़ा के कंडी खास इलाके में भी अज्ञात हमलावर ने 45 साल के गुलाम रसूल मगरे की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और हमलावर की पहचान करने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलाम रसूल मगरे एक सामाजिक कार्यकर्ता थे।
इसके अलावा, भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपनी एंटी शिप फायरिंग ड्रिल को अंजाम दिया, जिससे यह साबित होता है कि देश की समुद्री सुरक्षा को लेकर भारतीय नौसेना पूरी तरह से तैयार है। नौसेना ने कहा है कि उनके द्वारा दागी गई मिसाइलों से सटीक निशाना लगाया जा सकता है, और यह कदम समुद्र में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
वहीं, पाकिस्तान ने लगातार तीसरे दिन शनिवार रात नियंत्रण रेखा (LoC) पर फायरिंग की, जिसे भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। यह फायरिंग टूटमारी गली और रामपुर सेक्टर पर की गई थी, लेकिन फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई है।
अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भी सुरक्षा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने दिल्ली पुलिस को करीब 5000 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची सौंप दी है, जो भारत में रह रहे हैं। इस सूची में वे पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं जिनके पास दीर्घकालिक वीजा है और जिन्हें पाकिस्तान वापस भेजने की योजना बनाई जा रही है। दिल्ली पुलिस के साथ साझा की गई इस सूची में हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के नाम भी हैं।
कश्मीर में सुरक्षा को लेकर चिंता और बढ़ गई है, खासकर बडगाम में पुलिस ने दो संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है, जो आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहे थे और स्थानीय युवाओं को आतंकवादी संगठनों में भर्ती करने की कोशिश कर रहे थे। इन दोनों संदिग्धों को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे।
सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले की जांच की जिम्मेदारी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दी है, जो घटना के चश्मदीदों से पूछताछ कर रही है। NIA की टीमें घटना स्थल की जांच के साथ-साथ आतंकियों के घाटी में घुसने और बाहर निकलने वाले रास्तों की तलाश में जुटी हैं। इस मामले में फोरेंसिक टीम भी सुरक्षाबलों की मदद कर रही है।