जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
शरद पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर छिंदवाड़ा के पोला ग्राउंड में आयोजित भजन संध्या में भजन गायिका शहनाज अख्तर ने समाज के सामने एक गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग झूठे नाम और धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल करके हमारे हिन्दू बहन-बेटियों को प्रेम के जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं। उनका कहना था कि ये लोग पहले धर्म परिवर्तन करवाते हैं और फिर उन्हें सामाजिक तथा पारिवारिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है।
शहनाज अख्तर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह पिछले 15 वर्षों से सनातन धर्म में हैं और अब धर्म प्रचार और उसकी रक्षा को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही हैं। उनका कहना था कि यह केवल एक व्यक्तिगत आस्था का मामला नहीं है, बल्कि यह समाज और संस्कृति की रक्षा का मुद्दा है।
“मैं चाहती हूं कि हमारी हिंदू बेटियां ‘लव जिहाद’ जैसी मानसिकता से सुरक्षित रहें। कुछ लोग हाथ में झूठे अब्दुल के नाम से कलावा बांधकर प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करवाते हैं। यह एक गंभीर सामाजिक चुनौती है, जिसे हमें समझना और रोकना होगा।” – शहनाज अख्तर
स्टार नवयुवक मंडल की ओर से आयोजित इस भजन संध्या में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर पुलिस और यातायात विभाग की टीम पूरे समय व्यवस्था बनाये रखी। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में शहनाज अख्तर ने कई भक्ति गीत प्रस्तुत किए, जिनमें भगवती और सनातन धर्म की महिमा का संदेश था।
कार्यक्रम में मौजूद रहे — छिंदवाड़ा सांसद विवेक साहू, भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव, भाजपा नेता विजय पांडे, अजय सक्सेना, धर्मेंद्र मिगलानी, व्यापारी और समाजसेवी। उन्होंने भी इस अवसर पर धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया।
शहनाज ने कहा कि कुछ मुस्लिम समाज के लोग सोशल मीडिया पर उन्हें निशाना बना रहे हैं क्योंकि वह खुलकर हिन्दू धर्म का प्रचार कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका धर्म व्यक्तिगत आस्था का परिणाम है और यह उनका अधिकार है। उन्होंने कहा:
“कुछ अनपढ़ लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं, लेकिन मैं मानती हूं कि मेरा संदेश सही है। शहनाज अख्तर नाम उनके धर्म का नहीं है, यह मेरा आस्था और संघर्ष है।”