रीवा में दो दिवसीय रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आज होगा आगाज़, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे शुभारंभ; कॉन्क्लेव में डिजिटल नवाचार पर दिया जाएगा खास जोर!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के रीवा जिले में आज 26 जुलाई से दो दिवसीय रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की शुरुआत हो रही है। कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में आयोजित इस भव्य आयोजन का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया जाएगा। राज्य सरकार और मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य न केवल पर्यटन को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि स्थानीय रोजगार को प्रोत्साहन देना, पर्यटकों की आमद बढ़ाना और राज्य के विविध पर्यटन स्थलों को निवेश के केंद्र के रूप में स्थापित करना भी है।

इस आयोजन में प्रदेश के छह जिलों—धार, मंदसौर, रायसेन, विदिशा, जबलपुर और अलीराजपुर—में होटल, रिसॉर्ट, वेलनेस सेंटर और ईको-टूरिज्म से जुड़ी परियोजनाओं में 12 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों की घोषणा की जाएगी। इन परियोजनाओं से न केवल पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय लोगों को पर्यटन आधारित रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। इस कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, और प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ल भी उपस्थित रहेंगे। फिल्म अभिनेता मुकेश तिवारी और ‘पंचायत’ वेब सीरीज की अभिनेत्री सान्विका सिंह की मौजूदगी आयोजन को विशेष आकर्षण देगी।

कॉन्क्लेव में जिन निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी जा रही है, उनमें गांधी सागर क्षेत्र में ईको-टूरिज्म, धार जिले में मिनी रिसॉर्ट, रायसेन में होटल/रिसॉर्ट, विदिशा के नेहरयाई में पर्यटन इकाई, जबलपुर के नन्हाखेड़ा क्षेत्र में रिसॉर्ट और अलीराजपुर में वेलनेस सेंटर शामिल हैं। इन सभी प्रस्तावों को ‘लेटर्स ऑफ अवॉर्ड’ प्रदान किए जाएंगे, जिससे यह संकेत मिलता है कि मध्यप्रदेश का पर्यटन अब बुनियादी ढांचे और निवेश के लिहाज़ से एक गंभीर औद्योगिक क्षेत्र के रूप में उभर रहा है।

कॉन्क्लेव में डिजिटल नवाचार पर भी खास जोर दिया गया है। पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा की बुकिंग अब IRCTC पोर्टल पर भी की जा सकेगी, जिससे रीवा, सतना, सिंगरौली, भोपाल और इंदौर जैसे शहरों के बीच हवाई संपर्क और सुगम हो जाएगा। साथ ही, ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘ग्राम होमस्टे बुकिंग प्लेटफॉर्म’ का भी लोकार्पण किया जाएगा। यह प्लेटफॉर्म अब DJUBO जैसे अत्याधुनिक सिस्टम से जुड़ा होगा और MakeMyTrip, Yatra, EaseMyTrip जैसी प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों से सीधे कनेक्ट होगा, जिससे गांवों के होमस्टे अब वैश्विक पर्यटकों तक पहुंच बना सकेंगे।

पर्यटन स्थलों की आधुनिक ब्रांडिंग और युवाओं को जोड़ने के लिए एमपी टूरिज्म बोर्ड Barcode Experiential और Qyuki Digital जैसी डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों के साथ एमओयू करेगा। यह साझेदारी सोशल मीडिया के माध्यम से ‘अतुल्य भारत के दिल’ को एक नए अंदाज़ में दुनिया के सामने पेश करेगी।

इस कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा चित्रकूट घाट पर ‘Spiritual Experience’ प्रोजेक्ट का वर्चुअल शिलान्यास भी किया जाएगा, जो स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत प्रस्तावित है। इसके अलावा, शहडोल में 15.62 करोड़ की लागत से निर्मित फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट का उद्घाटन होगा, जहां युवाओं को आतिथ्य सत्कार और पर्यटन सेवाओं से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी।

मंडला, डिंडोरी, सिंगरौली, सीधी और सिवनी जिलों में स्थानीय कला और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए ग्राम सुधार समिति, एमएम फाउंडेशन और समर्थ संस्था के साथ एमओयू किए जाएंगे। यह पहल विशेष रूप से महिलाओं और ग्रामीण कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण, उत्पाद निर्माण और विपणन के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करेगी।

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