क्या राजा रघुवंशी की हत्या वाकई नरबलि थी? बहन सृष्टि के बयान से मचा बवाल, कामाख्या मंदिर प्रशासन नाराज़; सृष्टि पर दर्ज हुआ केस!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब एक नया मोड़ आ गया है। असम पुलिस ने इस मामले में राजा की मौसेरी बहन और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सृष्टि रघुवंशी के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि सृष्टि ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया था कि राजा की हत्या असम में नरबलि के तहत की गई है। इस बयान को लेकर कामाख्या मंदिर प्रशासन ने कड़ा ऐतराज जताया है और इसे धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला बताया है।

बता दें, राजा के लापता होने से लेकर शव बरामद होने तक सृष्टि सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रही। उसने लोगों से मदद की अपील की, वीडियो बनाए और नाराजगी जताई। लेकिन जब उसने नरबलि का दावा किया, तो मामला तूल पकड़ गया। कुछ लोगों ने उसे पब्लिसिटी स्टंट बताया, वहीं कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स ने उसका समर्थन भी किया।

वहीं, कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई ने स्पष्ट किया कि “मंदिर में किसी भी प्रकार की मानव बलि की कोई परंपरा नहीं है। यह वैदिक अनुष्ठानों का स्थल है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। नरबलि जैसे आरोप मंदिर की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं।” उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

पुलिस ने दर्ज की FIR, सृष्टि पर गंभीर धाराएं

असम पुलिस ने सृष्टि के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 196(2), 299, और 302 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि ऐसे बयान न केवल क्षेत्रीय तनाव को बढ़ावा देते हैं, बल्कि धार्मिक सौहार्द्र भी बिगाड़ते हैं। वहीं, कामाख्या मंदिर के प्रमुख पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा कि हर बार जब असम या मंदिर क्षेत्र में कोई आपराधिक घटना होती है, तो उसे मानव बलि से जोड़ना शुरू कर दिया जाता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

सृष्टि ने सोशल मीडिया पर मांगी माफी

गंभीर आरोपों और सोशल मीडिया ट्रोलिंग के बाद सृष्टि रघुवंशी ने माफी मांगते हुए बयान जारी किया। उन्होंने लिखा, “मैंने यह बयान अत्यधिक भावुक अवस्था में दिया था। मेरा उद्देश्य किसी धर्म या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह असम जाकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को तैयार हैं।

परिवार ने जताई थी नरबलि की आशंका

राजा की मां उमा और भाई विपिन रघुवंशी पहले ही नरबलि की आशंका जाहिर कर चुके थे। उन्होंने दावा किया था कि राजा के साथ किसी तांत्रिक अनुष्ठान के तहत बलि दी गई होगी। राजा की मां ने यह भी कहा कि सोनम (राजा की पत्नी) ने पूरे परिवार को वशीकरण में ले रखा था और सब कुछ उसी के अनुसार चल रहा था। यह हत्याकांड सुनियोजित था, जिसमें कई लोगों के शामिल होने की आशंका है।

गौरतलब है कि राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर मेघालय गए थे। वहां 23 मई को वह लापता हो गए और 2 जून को उनका शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास मिला। सोनम को बाद में गाजीपुर (यूपी) से गिरफ्तार किया गया। पुलिस को शक है कि हत्या पूर्वनियोजित थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI जांच की मांग भी उठ रही है।

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