6 साल के बच्चों में सफेद बाल! जानिए कारण, विटामिन की कमी और घरेलू उपाय — पूरी जानकारी एक साथ

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया: 

आजकल माता-पिता के सामने एक नई चिंता उभरकर सामने आ रही है — बच्चों के बालों का समय से पहले सफेद होना। कभी अधेड़ उम्र की निशानी माने जाने वाले सफेद बाल अब 5-6 साल के बच्चों में भी दिखने लगे हैं। जब एक छोटे से मासूम बच्चे के सिर में सफेद बाल नजर आता है तो परिवार चौंक जाता है, लेकिन ज़रूरी है कि डरने की बजाय, समय रहते कारणों को समझें और समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएं।

क्या है बच्चों में सफेद बाल होने की वजह?

विशेषज्ञों के अनुसार, यह केवल सौंदर्य से जुड़ी बात नहीं है — बल्कि यह एक संकेत है कि शरीर में कुछ आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो रही है। विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी बच्चों के बालों को जल्दी सफेद कर सकती है। ये दोनों पोषक तत्व शरीर के विकास, स्किन और बालों के हेल्थ के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

इसी के साथ आयरन और कॉपर जैसे मिनरल्स की कमी भी समय से पहले बाल सफेद करने में भूमिका निभा सकती है। यदि बच्चों की डाइट में ये तत्व नहीं पहुंच पा रहे, तो बालों की जड़ों में मौजूद पिग्मेंटेशन सेल्स यानी मेलानिन उत्पादन में कमी आ जाती है।

एक और बड़ा कारण है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस। शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी होने पर शरीर में फ्री रेडिकल्स बढ़ने लगते हैं, जो बालों को पिगमेंट देने वाली कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं।

फोलिक एसिड की कमी भी एक अहम कारण हो सकता है। यह बालों की ग्रोथ और कलर को बनाए रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। अगर बच्चे की डाइट में मटर, बीन्स, नट्स और अंडे जैसी चीज़ें नहीं हैं तो इसकी कमी हो सकती है।


सफेद बालों को बढ़ने से रोकने के लिए बच्चों को क्या खिलाएं?

  1. विटामिन डी और बी12 से भरपूर आहार – दूध, दही, अंडा, और धूप में खेलने की आदत बच्चों में विटामिन डी बढ़ाने के लिए जरूरी है। बी12 के लिए दूध, अंडा और हरी सब्जियां फायदेमंद हैं।

  2. आयरन और कॉपर युक्त खाद्य पदार्थ – अनार, चुकंदर, पालक, मूंगफली, काजू, और गुड़ जैसे आइटम्स बच्चों की थाली में जरूर हों।

  3. फोलिक एसिड से भरपूर चीज़ें – मटर, राजमा, अंकुरित दालें, अंडा और हरे पत्तेदार सब्जियां शामिल करें।

  4. एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा – आंवला, गाजर, केला, पपीता, ब्रोकली और बादाम जैसे फूड्स बालों की सेहत को सुधारते हैं और मेलानिन को बनाए रखते हैं।


बालों की देखभाल कैसे करें?

  • हफ्ते में 2-3 बार बच्चों के बालों में हल्के तेल (जैसे नारियल या बादाम तेल) से मालिश करें। इससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और पोषक तत्वों का प्रभाव बालों तक बेहतर पहुंचता है।

  • बच्चों को कैमिकल शैंपू और हेयर प्रोडक्ट्स से बचाएं। हमेशा माइल्ड या आयुर्वेदिक शैंपू का उपयोग करें।

  • बालों में नियमित रूप से आंवला तेल या ब्राह्मी तेल की मालिश करें। ये बालों की जड़ों को मज़बूत बनाते हैं।


समय रहते उपचार जरूरी है

अगर बालों का सफेद होना लगातार बढ़ रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। ब्लड टेस्ट के ज़रिए पोषक तत्वों की जांच कराई जा सकती है और ज़रूरी सप्लीमेंट्स दिए जा सकते हैं। ध्यान रखें — समय रहते देखभाल और सही डाइट से इस समस्या को रोका जा सकता है। बच्चा स्वस्थ होगा, तो उसके बाल भी लंबे समय तक चमकदार और प्राकृतिक रंग में रहेंगे।

नोट: यह जानकारी शैक्षिक और जागरूकता के उद्देश्य से है। किसी भी उपचार से पहले विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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