अगले 48 घंटे खतरे से खाली नहीं: नरसिंहपुर-डिंडौरी में भारी बारिश का रेड अलर्ट, भोपाल में बिजली गिरने से एक मासूम की मौत!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में मानसून की आमद बस कुछ ही घंटों की दूरी पर है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर प्रदेश में मानसून एंट्री कर सकता है। लेकिन मानसून से पहले ही मौसम का मिज़ाज बेहद खतरनाक हो चला है। पूरे प्रदेश में तेज आंधी और भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। खासतौर पर नरसिंहपुर और डिंडौरी ज़िलों को लेकर मौसम विभाग ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले 24 घंटे में नरसिंहपुर और डिंडौरी में ढाई से सवा चार इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के लगभग हर जिले में तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। रविवार को नरसिंहपुर में महज 9 घंटे में ही 27 मिमी (यानी एक इंच से अधिक) बारिश हो चुकी है। यह बारिश आने वाले भीषण मौसम की गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।

उधर, भोपाल में बिजली गिरने से एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा रातीबढ़ क्षेत्र के केकड़िया गांव में हुआ, जहां 12 वर्षीय विशाल चौहान खेत से घर लौटते वक्त बिजली की चपेट में आ गया। यह हादसा मानसून से पहले की बारिश की भयावहता को उजागर करता है। प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। नर्मदापुरम के पिपरिया और सिवनी मालवा, बड़वानी, खंडवा, मंडला, उमरिया और दतिया जैसे क्षेत्रों में आंधी के साथ तेज़ बारिश दर्ज की गई है। मौसम का ये रुख अब धीरे-धीरे पूरे मध्यप्रदेश को अपने घेरे में ले रहा है।

तेज बारिश और हवाओं का असर तापमान पर भी साफ नजर आ रहा है। सीधी में तापमान 41.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 40.7 डिग्री, खरगोन में 40.2 और उमरिया में 40 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन अधिकांश शहरों में तापमान 40 डिग्री से नीचे लुढ़क गया। नरसिंहपुर में लगातार बारिश के कारण अधिकतम तापमान सिर्फ 30 डिग्री रह गया, जो सामान्य से 11.4 डिग्री कम है। भोपाल में 4.6, नर्मदापुरम में 7.3, दमोह में 6, छिंदवाड़ा में 4.8 डिग्री की गिरावट रिकॉर्ड की गई।

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस समय तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन, एक ट्रफ और एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक साथ एक्टिव हैं। यही कारण है कि मानसून तेजी से बढ़ रहा है और इससे पहले ही प्रदेश में आंधी-तूफान और बारिश का ज़बरदस्त असर देखा जा रहा है।

राजधानी भोपाल की बात करें तो 15 जून तक तेज़ गर्मी के साथ-साथ बारिश का ट्रेंड देखने को मिल सकता है। पिछले 10 वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि जून के पहले पखवाड़े में राजधानी में 45 डिग्री तक तापमान पहुंच चुका है। वहीं रात में तापमान 17.4 डिग्री तक गिरा है। वर्ष 2020 में भोपाल में रिकॉर्ड 16 इंच बारिश, जबकि पिछले साल 2024 में 10.9 इंच बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 10 सालों में दूसरी सबसे अधिक थी।

इस सबके बीच मौसम विभाग की चेतावनी बेहद अहम हो जाती है – आने वाले कुछ दिन खतरनाक हो सकते हैं। बिजली गिरने की घटनाएं, तेज़ आंधी, और भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। ऐसे में प्रशासन और नागरिकों को चाहिए कि अलर्ट रहें, खुले मैदान, पेड़ों और जलजमाव वाले इलाकों से दूर रहें, और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।

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